Wednesday, May 25, 2011

नुक्कड़ चर्चा - बाबरी मस्जिद की तर्ज पर नुक्कड़ का बटवारा

नुक्कड़ से सड़क सुंदरिया निहारने के लिये स्वर्णिम सीट पर आसिफ़ भाई बैठने ही वाले थे कि दीपक भाजपाई ने प्रतिवाद किया बोले मियां आपका एक तिहाई हिस्सा इधर है आसिफ़ भाई भी हार मानने वालो मे से नही थे मै अपने एक तिहाई मे ही बैठ रहा हूं इतने मे रामलला विराजमान टाईप मै उस जगह विराजमान हो गया । सोहन शर्मा जी ने बीच मे दांव लगाया दवे जी उठो अभी सुप्रीम कोर्ट मे मामला विचाराधीन है जगह सरकार के कब्जे मे रहेगी अतः वहां कांग्रेसी होने के नाते मै बैठूंगा । शर्मा जी इतने मे ही चुप न हुये बोले आसिफ़ भाई आप भूल गये कांग्रेस न होती तो ये भाजपाई लोग कब का पूरा नुक्कड़ ही हड़प गये होते अतः आप इस भाजपाई को यहां न बैठने दे और दवे जी का क्या है मुफ़्त मे बोलते लिखते रहते हैं ये तो कही फ़्रेम मे है ही नही । आप चुनावों की तरह इस जगह बैठने के लिये मेरा ही समर्थन करें ।


मैने कहा भाई मै तो अन्ना हजारे की तर्ज पर बैठ ही गया हूं हिंदू मै हूं आसिफ़ भाई मुसलमान हैं आप और दीपक पूरे मामले पर बहस करें । जो अपनी पार्टी को अच्छा सिद्ध कर देगा हम उसके लिये जगह खाली कर देंगे तब तक  हम दोनो सिमट कर यहीं बैठ सड़क का मजा लेते रहेंगेशर्मा जी ने सीना फ़ुलाया बोले ये मामला तो बहस तक पहुंचता ही नही है । अपने गौरव शाली इतिहास मे आजादी  से लेकर आज तक कांग्रेस ने धर्मनिर्पेक्षता और विकास की राजनीति की है । सदा ही हमारी पार्टी ने राज धर्म का पालन किया है ।

मैने कान खुजाते धीरे से पूछा भाई जब तुम्हारी पार्टी सोमनाथ मंदिर की जगह पर खड़ी मस्जिद को दूसरी जगह शिफ़्ट कर दिया था तो उसने उसी समय बाबरी मस्जिद को भी शिफ़्ट क्यों नही कर दिया उस समय इस बात पर देश मे कोई विवाद न था और मुसलमान भी सहमत थे कि इससे देश मे भाई चारा स्थापित होगा । इतना कह मैने आसिफ़ भाई को धीरे से कोचका आसिफ़ भाई तुरंत तनतना गये बोले तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई थी सोमनाथ मंदिर वाली मस्जिद को शिफ़्ट करने की मुंह मे अल्लाह और बगल मे शिव जी वाह रे कपटी कांग्रेस


कांग्रेस पर हुये इस आतंकवादी टाईप हमले से शर्मा जी लड़खड़ा गये बोले वो क्या है बात इतिहास की है मै नया नेता हूं इस मामले मे कोई बयान न दे पाउंगा मैने कहा शर्मा जी फ़िर गर्वीला इतिहास बताना बंद करो अपनी पार्टी की आज की करतूतो पर बात करो । इतने मे दीपक भाजपाई ने सुनहरा अवसर लपक लिया बोले भाइयो भाजपा ही आज देश की सबसे अच्छी पार्टी है और देश मे तुष्टी करण की राजनीति को छॊड़ स्वस्थ राजनीती हमारा उद्देश्य है आज बाबरी मस्जिद वाला मामला यहां तक पहुंचा है तो हमारी पार्टी की ही पहल है । फ़िर दीपक जी धीरे से बोले हम न होते तो मस्जिद आज भी वहीं मुह चिढ़ाती खड़ी रहती और इसी लिये भारत की जनता हमे इतना चाहती है  कांग्रेस भ्रष्ट है हम इमानदार हैं । दीपक की बातो से साफ़ था आसिफ़ भाई के वोट की उसे उम्मीद ही न थी 

आसिफ़ भाई कुछ कहते कि मैने कहा यार दीपक ये तो बता यदि ऐसा है तो क्यो आडवानी जी मस्जिद गिरने के दिन को सबसे काला दिन बताते हैं । कहीं ऐसा तो नही कि कार्यकर्ताओ से गलती हो गयी और आपके नेता मस्जिद दिखा दिखा कर वोट पाना चाहते थे  । मिस्टर भाजपाई धर्म के जनसैलाब का खरगोश रेस हरदम  हार जाता है और इमानदारी पूर्वक विकास का कछुआ अंत मे जीत ही जाता है । यदि ऐसा न होता तो बाबरी मस्जिद केस मे सरकारे भंग करने के बाद के चुनावो में हिंदु बहुल प्रदेशो मे आप न हारते । दीपक से कुछ कहते न बना इतने मे शर्मा जी बोले संविधान और कानून मे हमारी पार्टी विश्वास रखती है ये लोग नही देखा नही गुजरात के दंगे मे क्या किया था । अब आसिफ़ भाई से न रहा गया बोले शर्मा जी सिख नरसंहार पर आपका क्या कहना है और संविधान और कानून मे इतना ही भरोसा था तो काहे नही 50 सालो मे फ़ैसला करवा लिया मस्जिद टूटने आंदोलन करने की नौबत ही क्यो आयी मतलब तो एक दम साफ़ ही है । आप दोनो की नीयत मे खोट है । और रही बात इमानदारी को आपकी पार्टी तो सर्व भ्रष्ट है ।


अब शर्मा जी और दीपक ने एक राय हो चढ़ाई कर दी बोले अब क्या सिविल सोसाईटी और बाबा लोग फ़ैसला करेंगे और तब तक आप इस बैठे रहेंगे मैने कहा नौबत तो आप लोगो ने ये कर दी है कि आदमी एक बार काले कौवें पर भरोसा कर ले पर आप पर न करे इस लोकतंत्र को कितने अलोकतांत्रिक तरीके से चलाया जा सकता है ये आप लोगो मे दिखा दिया है । रही बात फ़ैसले की वह तो सुप्रीम कोर्ट कर ही देगा । रही बात अभी की तो अभी तो सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय यही दिया है कि यथा स्थिती बरकरार रखी जाय सो अभी नुक्कड़ की स्वर्ण सीट पर हम दोनो का ही कब्जा रहेगा ।
Comments
8 Comments

8 comments:

  1. मामला तो अभी न्यायालय में हैं!
    देखिए फैसला कब आता है!

    ReplyDelete
  2. अति सुन्दर , बहुत बढ़िया

    ReplyDelete
  3. बिल्कुल जमे रहिये यथास्थिति के समर्थन में । न्याययपालिका आपके साथ है ।

    ReplyDelete
  4. इन लाशों के अम्बारों पर
    बाबर और बाबरी बसतें हैं...
    यहाँ हनुमान हैं कई खड़े...
    जो राम ह्रदय में रखतें हैं...


    इन विघ्नों के आवर्तों से
    हम नहीं कभी अब तक हैं डरे...
    हमने दधिची को पूजा है,
    जो वज्र ह्रदय में रखतें हैं..

    इस राम कृष्ण की धरती पर
    हम भगवा ध्वज लहरायेंगे
    ये हिन्दू धर्मं सनातन है
    हम हिन्दू धर्म निभायेंगें

    आहुति अब पूरी होगी
    हम अश्वमेध को लायेंगे
    जो जन्म भूमि है राम की...
    वहां राम ही पूजे जायेंगे..

    एक नहीं दो बार नहीं हर बार यही दोहरायेंगे
    सौगंध राम की खाते हैं,हम मंदिर वहीँ बनायेंगे...
    सौगंध राम की खाते हैं,हम मंदिर वहीँ बनायेंगे...

    ReplyDelete
  5. आदमी एक बार काले कौवें पर भरोसा कर ले पर आप पर न करे इस लोकतंत्र को कितने अलोकतांत्रिक तरीके से चलाया जा सकता है ये आप लोगो मे दिखा दिया है

    ReplyDelete
  6. वाह!!!! राजनीती के जोड़तोड़ पर बहुत ही बढ़िया लेख लिखा है|

    ReplyDelete
  7. आदमी कब समझेगा कि समझदारी किस बात में है ? अच्छा लिखा !

    ReplyDelete
  8. आदमी कब समझेगा कि समझदारी किस बात में है ? अच्छा लिखा !

    ReplyDelete

आपकी टिप्पणियों का स्वागत है..
अनर्गल टिप्पणियाँ हटा दी जाएगी.